Hindu Dharm kitna Purana Hai
Hindu Dharm Kitna Purna Hai: एक भारतीय संस्कृति का सम्पूर्ण विश्लेषण!
प्रस्तावना
Hindu Dharm kitna Purana Hai:भारत देश एक ऐसा देश है जो धर्मांतरण के हौसलों से भी असीमित है। यहाँ हार-जीत, जीवन-मृत्यु तथा धर्म का इतिहास अपनी प्रतिरूटि देते हुए हैं।
हिंदू धर्म अनंत काल से चला आ रहा है। यह एक भारतीय संस्कृति का हिस्सा है जो भारतीय जीवनशैली, परंपराएँ, तथा धर्म से है। इस लेख में हम हिंदू धर्म के इतिहास, महत्वपूर्ण त्यौहार, ग्रंथों और उनसे जुड़ी बातें जानेंगे।
हिंदू धर्म का अस्तित्व Also Read
हिंदू धर्म भारतीय उपमहाद्वीप में पूरे विश्व में सबसे बड़ा धर्म है। यह एक विशिष्ट प्रकार का धर्म है जिसमें उपासना, कर्म, पाठ तथा योग करके आदर्श जीवन जीने का सिद्धांत है। पश्चिमी दुनिया के लोग इसे ‘हिंदू धर्म’ के नाम से जानते हैं।
हिंदू धर्म वैदिक युग से कब से चला आ रहा है?
हिंदू धर्म का अस्तित्व बहुत समय से है। इसका अंतर्निहित इतिहास विश्व की सबसे पुरानी आस्थाओं में से एक है। हिंदू धर्म वैदिक युग से आधुनिक युग तक चला आ रहा है। इसका परिणाम हमारी दृष्टि में काफी खास है क्योंकि यह धर्म उपासकों के जीवन के हर पहलू से जुड़ा हुआ है।
हिंदू धर्म में मुख्य सिद्धांत
Hindu Dharm kitna Purana Hai::हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत रहा है कर्म तथा धर्म। यहाँ कर्म एक भीतर-बाहर कार्य है जो यथार्थ जीवन का मूल मंत्र है। वस्तुतः हिंदू धर्म एक पाठ या जीवन तंत्र होता है जो सफलता को प्राप्त करने के लिए उपासकों के जीवन को देखता है।
हिंदू धर्म के इतिहास का विश्लेषण
हिंदू धर्म का इतिहास प्राचीन भारत से शुरू हुआ जो कि संस्कृति तथा उपासना के रूप में दिखता है। इसके विकास के दौरान वैदिक संस्कृति का उल्लेख होता है जो एक प्राचीन शाखा मानी जाती है।
हिंदू धर्म का प्रारम्भिक इतिहास: Hindu Dharm kitna Purana Hai.
A. हिंदू धर्म का प्रारंभ वैदिक संस्कृति में हुआ था। इस धर्म का इतिहास हजारों साल पहले तक उलझा रहा है। अनेक लोगों का मानना है कि यह धर्म उन्नति तथा प्रगति के साथ चलते चलते विकास किया गया।
हिंदू धर्म कितना पुराना है? Hindu Dharm kitna Purana Hai
भारतीय संस्कृति के अंतर्गत हिंदू धर्म एक प्रमुख धर्म है। इस धर्म का अध्ययन करने से पता चलता है कि वह बहुत ही पुराना है। यह धर्म कई शाखाओं में विभाजित होता है जैसे वैष्णव धर्म, शैव धर्म, शक्त धर्म और स्मार्त धर्म इत्यादि। इस लेख में हम बात करेंगे कि हिंदू धर्म कितना पुराना है और इसका इतिहास क्या है।
महाभारत का युग और हिंदू धर्म: Hindu Dharm kitna Purana Hai
हिंदू धर्म के अध्ययन से पता चलता है कि यह धर्म महाभारत के युग से ही अस्तित्व में है। इस युग में इस धर्म का प्रचलन बहुत था। इस धर्म में बहुत सारे देवताओं की पूजा होती थी जैसे श्री कृष्ण, राम, शिव, विष्णु इत्यादि।
महाभारत के बाद के युग और हिंदू धर्म का विकास
महाभारत के बाद के युग में हिंदू धर्म का विकास बहुत हुआ। इस युग में भगवान श्री कृष्ण ने भगवद गीता को दिया। भगवद गीता हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इस युग में वेद, उपनिषद और श्रीमद् भागवत भी लिखे गए।
पुराणों में हिंदू धर्म का इतिहास:: Hindu Dharm kitna Purana Hai
पुराणों में हिंदू धर्म का इतिहास बहुत विस्तृत रूप में लिखा हुआ है। पुराणों में हर एक पैराग्राफ में इस धर्म के इतिहास को आसानी से समझाया गया है।
पुराणों में हिंदू धर्म का इतिहास और महत्व
पुराणों में हिंदू धर्म के इतिहास का वर्णन हमें कई पुरातत्त्वों के बारे में बताता है। इसमें अनेक देवताओं का वर्णन भी होता है जैसे श्री कृष्ण, राम, शिव, विष्णु इत्यादि। साथ ही बहुत सारे महत्वपूर्ण त्यौहार का भी वर्णन होता है जैसे दिवाली, होली, जन्माष्टमी और दशहरा इत्यादि।
रामायण में हिंदू धर्म का इतिहास: Hindu Dharm kitna Purana Hai
रामायण का भी हिंदू धर्म में बहुत महत्व होता है। इस ग्रंथ में भगवान राम के जीवन की कई घटनाएं वर्णित होती हैं जैसे सीता हरण और स्वयंवर।
महाभारत में हिंदू धर्म का इतिहास
महाभारत भी हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण ग्रंथ है। इस ग्रंथ मेंपांडवों और कौरवों के बीच हुए युद्ध का वर्णन है
श्रीमद् भागवत में हिंदू धर्म का इतिहास Hindu Dharm kitna Purana Hai
श्रीमद् भागवत में भगवान श्री कृष्ण के जीवन का वर्णन भी होता है। इस ग्रंथ में उनके शिष्यों से संबंधित कई घटनाएं भी होती हैं।
हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण शाखाएं
हिंदू धर्म कई शाखाओं में विभाजित होता है। ये शाखाएं वैष्णव धर्म, शैव धर्म, शक्त धर्म और स्मार्त धर्म हैं।
वैष्णव धर्म Hindu Dharm kitna Purana Hai
वैष्णव धर्म में विष्णु भगवान की पूजा की जाती है। इसमें दशावतार को भी महत्व दिया जाता है।
शैव धर्म Hindu Dharm kitna Purana Hai
शैव धर्म में शिव भगवान की पूजा की जाती है। इसमें शिवलिंग की पूजा कि जाती है।
Hindu Dharm kitna Purana Hai:हिंदू धर्म: एक भारतीय संस्कृति का सम्पूर्ण विश्लेषण!
हिंदू धर्म भारत की एक महत्वपूर्ण संस्कृति है। इसका नाम भारत का सबसे पुराना धर्म है। इसमें देवी-देवताओं की निम्नलिखित शाखांओं में विशेष विश्वास होता है।
हिंदू धर्म का इतिहास और प्रारंभिक विकास
हिंदू धर्म के इतिहास के प्रारंभ में सूर्य और अग्नि की पूजा होती थी। इसके बाद आयातक मंत्री मोहन जोददार ने भगवद गीता प्रदर्शित किया था। इस धर्म का मूल उद्देश्य मनुष्य को अपने अंतर में संतुलित बनाना है।
पुराणों में हिंदू धर्म का इतिहास और महत्व Hindu Dharm kitna Purana Hai
हिंदू धर्म में उल्लिखित पुराणों में हमें धर्म के महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी मिलती है। हमें इन संस्कृतियों का समझना से धर्म के आधार को समझने में मदद मिलती है।
हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण शाखाएं
हिंदू धर्म कई शाखाओं में बंटा हुआ है, जो मुख्य रूप से तीन प्रधान शाखाओं में होते हैं: शक्त, स्मार्त और वैष्णव। हर शाखा का अलग-अलग मार्ग होता है।
हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण त्यौहार
हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण त्यौहारों में दिवाली, होली, दशहरा और जन्माष्टमी होते हैं। अन्य उत्सव भी मनाए जाते हैं, जो बहुत ही रोमांचक अनुभव होता है।
दिवाली: एक धार्मिक अवसर के रूप में मनाया जाने वाला सबसे बड़ा त्योहार है।
होली: यह रंगों का उत्सव है।
दशहरा: रामलीला में समाप्त होने पर मनाया जाता है।
जन्माष्टमी: इस त्योहार में भगवान कृष्ण की जन्म के अवसर पर भक्तों द्वारा खास पूजा की जाती है।
हिंदू धर्म और वैज्ञानिक गणित
हिंदू धर्म में अंक शास्त्र, ज्योतिष और वैज्ञानिक गणित का विशेष महत्व होता है। इन में से अंक शास्त्र वैज्ञानिक गणित का एक हिस्सा है।
हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण देवता
हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण देवताओं में ब्रह्मा, विष्णु, शिव, मां दुर्गा, सरस्वती और लक्ष्मी शामिल होते हैं। ये सभी भगवान हमारे सनातन धर्म के महान देवताओं हैं।
हिंदू धर्म के अनुयायी
हिंदू धर्म में कई प्रकार के लोग होते हैं, जो पांच प्रमुख वर्गों में बंटते हैं: ब्राह्मण, शूद्र, वैश्य, क्षत्रिय और अन्य।
हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण ग्रंथ
हिंदू धर्म में भगवद गीता, श्रीमद् भागवत, वेद और उपनिषद जैसे महत्वपूर्ण ग्रंथ होते हैं। ये ग्रंथ धर्म से सम्बंधित ज्ञान को संग्रहित करते हैं।
हिंदू धर्म का सम्पूर्ण विश्लेषण
हिंदू धर्म के सम्पूर्ण विश्लेषण में हम इसके महत्वपूर्ण शाखाओं, त्यौहारों, वैज्ञानिक गणित तथा अनुष्ठानों के बारे में जान सकते हैं। इसके अलावा, हम इस धर्म के महान देवताओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
हिंदू धर्म कितना पुराना है
धर्म के अनुसार अनुकूल विवाह का महत्व
धर्म की प्रतिष्ठा लोगों के जीवन में बहुत मायने रखती है। हिंदू धर्म में, विवाह का काम बहुत महत्वपूर्ण होता है। हिंदू विवाह में सद्भाव और सम्मति का एहसास होता है जो लोगों को उनके संबंधों में मजबूत करता है। एक अच्छी शादी उन अफवाहों से जुड़ी तनावों को कम कर सकती है जो दो जीवन साथियों को भले ही प्रभावित न करें।
हिंदू धर्म के महायानिक केंद्र
वाराणसी
वाराणसी उत्तर प्रदेश, भारत में स्थित है और हिंदू धर्म का एक महायानिक केंद्र है। यह स्थान श्रद्धालुओं के लिए पवित्र नगरी है जो अलग-अलग कुंडों और मंदिरों से भरा हुआ है। यह जगह धर्म के इतिहास और उसकी प्रचलित परंपराओं के लिए भी महत्वपूर्ण है।
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हरिद्वार
हरिद्वार भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यह एक और महत्वपूर्ण हिंदू महायानिक केंद्र है। यह स्थान गंगा नदी के किनारे स्थित है जहां हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार देवता और देवीयों ने कुशी पर्व में पृथ्वी पर अवतार लिया था।
उज्जैन
उज्जैन भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है और यह हिंदू धर्म का एक और महत्वपूर्ण केंद्र है। यह स्थान महाकालेश्वर मंदिर के लिए जाना जाता है, जो हिंदू धर्म के सबसे पवित्र मंदिरों में से एक है।
पुरी
पुरी भारत के ओडिशा राज्य में स्थित है। यह एक महत्वपूर्ण हिंदू महायानिक केंद्र है जहां एक बहुत बड़ी यात्रा आयोजित होती है। इस यात्रा का नाम रथ यात्रा होता है और यह हिंदू धर्म का एक प्रतीक है।
हिंदू धर्म के अनुयायी Hindu Dharm kitna Purana Hai
हिंदू ब्राह्मण
हिंदू धर्म में ब्राह्मणों को सबसे पवित्र माना जाता है। इनका मुख्य कार्य धर्म की रक्षा करना, ब्रह्म का ज्ञान प्रदान करना और ब्राह्मण विरोधी शक्तियों से लड़ना होता है।
हिंदू शूद्र
हिंदू धर्म में शूद्रों को सबसे निम्न श्रेणी में रखा गया है। इनका मुख्य काम फलाहार और सफाई के काम होता है। आज कल इस श्रेणी का होना केवल जातिवाद के नाम से होता है।
हिंदू वैश्य
हिंदू धर्म में वैश्यों को धन कमाने का ज्ञान देने का काम होता है। वे व्यापार और बाजार के काम में खुद को लगातार बढ़ाने की कोशिश करते हैं।
हिंदू क्षत्रिय
हिंदू धर्म में क्षत्रियों को सेना, राजनीति और धर्म की रक्षा करने का काम होता है।
हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण ग्रंथ
भगवद गीता
भगवद गीता हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ है जो कृष्ण और अर्जुन के बीच हुए संवाद का विवरण देता है। इस ग्रंथ में एक अद्भुत दर्शन है जो मन और आत्मा पर प्रभाव डालता है।
श्रीमद भागवत
श्रीमद भागवत महापुराण में आयोजित हुआ है। इस ग्रंथ में विष्णु भगवान के लीलाओं का विवरण है।
वेद
वेद हिंदू धर्म के सबसे प्राचीन ग्रंथ हैं। इनमें धर्म, यज्ञ, समुद्र, स्वर्ग, तप, प्रार्थना, उपासना, वस्तुओं का ज्ञान शामिल होता है।
उपनिषद
उपनिषद वेद के बाद के ग्रंथ हैं जो धर्म, सांस्कृतिक और तत्त्वज्ञान के बारे में चर्चा करते हैं। ये धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण स्थल Hindu Dharm kitna Purana Hai
गंगा नदी
गंगा नदी हिंदू धर्म के नवद्वीपों में से एक है। इसे माँ गंगा के रूप में पूजा जाता है। यह नदी मुख्य धार्मिक स्नान स्थल है।
केदारनाथ मन्दिर
केदारनाथ मन्दिर उत्तराखंड में स्थित है और यह हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण स्थल है। यह मंदिर शिव को समर्पित है और श्रद्धालुओं में बहुत प्रसिद्ध है।
तिरुपति बालाजी मंदिर
तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित है। यह हिंदू धर्म का एक प्रसिद्ध मंदिर है जिसे भगवान वेंकटेश्वर का मंदिर कहा जाता है।
वैष्णो देवी मंदिर
वैष्णो देवी मंदिर उत्तराखंड में स्थित है और यह हिंदू धर्म का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर माँ वैष्णो देवी को समर्पित है।
हिंदू धर्म का सम्पूर्ण विश्लेषण Hindu Dharm kitna Purana Hai.
हिंदू धर्म भारत की सबसे प्राचीन धर्म में से एक है। इसमें संस्कृति, रीति-रिवाज, परम्परा, इतिहास और धर्म की प्राचीन उपलब्धियों का श्रृंखला है। इस विश्वधर्म के सम्पूर्ण विश्लेषण से हमें धर्म का महत्त्व समझने में सहायता मिलती है।
हिंदू धर्म कितना पुराना है Hindu Dharm kitna Purana Hai
धर्म का महत्व
उस समय से जब से मानव जाति ने जीवन जीना शुरू किया है, धर्म का बहुत ही महत्व होता रहा है। सबके पास अपना धर्म है और धर्म की नियमों और तत्वों को अपनाकर वह अपने जीवन को नेतृत्व देता है।
हिंदू धर्म का महत्व.
हिंदू धर्म दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक है। इसमें लोग प्राचीन समय से जुड़ा हुआ हैं जो उस समय की जीवनशैली को व्यक्त करते हैं। हिंदू धर्म एक परम्परागत धर्म है, जो आस्था और उपासना के माध्यम से एक व्यक्ति को अपने आत्मा को ढूँढने के लिए प्रेरित करता है।
हमारे देश में हिंदू धर्म का महत्व Hindu Dharm kitna Purana Hai
हिंदू धर्म भारत का सबसे प्रमुख धर्म है, जो उसकी विविधता का परिचायक है। यहां हर राज्य में, हर उप-क्षेत्र में हिंदू धर्म के भक्त होते हैं जो दूसरों को इस धर्म के उत्थान तथा मूल्यों को समझाते हैं। इसके अलावा, हिंदू धर्म के मूल्य भारतीय संस्कृति के मूल्यों को भी निहित करते हैं जो हमारी संस्कृति के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
हिंदू धर्म के पीछे का सतत Hindu Dharm kitna Purana Hai.
हिंदू धर्म को अपने पीछे कुछ ऐसी विशेषताओं से संबोधित किया जा सकता है जो इसे दुनिया भर में विशिष्ट बनाती हैं। यह धर्म अत्यंत विस्तृत है और इसके अंतर्गत विभिन्न किस्मों के अहम तत्व शामिल हैं जैसे कि योग, तांत्रिक शास्त्र, आयुर्वेद विज्ञान, मंत्र, मौन व्रत, दान-धर्म, वर्ण व्यवस्था, जन्म कुंडली आदि। इन हर किस्म के अहम तत्वों के सहयोग से, हिंदू धर्म वैश्विक स्तर पर अपने आधुनिक रूप में तैयार हो रहा है जो दूसरों को उसकी बेहतर विशेषताओं को समझाता है।
इस प्रकार, हमारी संस्कृति में हिंदू धर्म का प्रभाव अस्तित्व में है। वह एक समृद्ध और भिडंत धऱ्म है जो संतुलित जीवन जीने की उपायों की मदद करता है। हिंदू धर्म टूटा, अलग हो जाता है लेकिन उसे फिर से जोडऩे की क्षमता उसमें निहित होती है जो इस धर्म की शक्ति को प्रतिबोधित करती है।
धर्म की आविष्कार के पीछे के कारण: Hindu Dharm kitna Purana Hai
धर्म भारत की सभ्यता और इतिहास का एक अहम हिस्सा है। धर्म के पीछे के कारण से भारतीय धर्मों के बीच सांस्कृतिक संपर्क एवं व्यापार हुआ है। रहस्यमय सिन्धु घाटी सभ्यता के धार्मिक जीवन ने भारतीय धर्मों पर बहुत असर डाला।
भारतीय धर्मों के बीच सांस्कृतिक संपर्क और व्यापार
भारतीय राज्य द्वारा तब से ही धर्म को आईटीबीएस में घोषित किया गया है,
जब इसे "Buddha, the Universal Teacher" के रूप में अंग्रेज़ी भाषा में शामिल किया गया था। भारत के कुछ राज्यों ने अपनी प्राचीन संस्कृति को बचाने के लिए महत्त्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इनमें से एक है "हेलो राजस्थान" अभियान, जो राजस्थान राज्य की हीरों की कहानी को जनता के बीच सुनाना चाहता है।
संस्कृति का पालन भारत में एक ऐसी चीज़ है जो लोग करते हैं।
नमस्कार का प्रयोग
अन्न दान
सम्मान (पुजा)
सिन्धु घाटी सभ्यता का धार्मिक जीवन Hindu Dharm kitna Purana Hai
सिन्धु घाटी सभ्यता के धार्मिक जीवन को शोध करने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है। सिन्धु घाटी सभ्यता के लोग धर्म व मकान और निश्चित जीवन के विकल्पों के लिए चिंतित थे।
संघटक विचारों के प्रभाव और उनके प्रचारक..
धर्म एक संघटक विचार है जो सभी धर्मों को जोड़ता है। धर्म द्वारा अलग-अलग धर्मों को जोड़ा जाता है और सहमति जारी रखी जाती है।
कुछ लोग ने मीडिया के जरिए इस्लाम को गंदा धर्म बताया है।
हालांकि, इस्लाम धर्म बेहतर हो सकता है, हालांकि यह संगठित धर्म नहीं होता।
हिंदू धर्म का आरंभ Hindu Dharm kitna Purana Hai
हिंदू धर्म का आरंभ अति प्राचीन है जब युगों पहले ऋषियों और वंदरों ने उन्हें ग्रंथों में उनकी जीवन अनुभवों और अनुभूतियों को लिखा। हिंदू धर्म संसार का सबसे पुराना धर्म है जो अन्य धर्मों के समान संचालित नहीं है।
समुद्र वासना का विकास
समुद्र वासना भारत की धार्मिक विरासत का एक अंग है। इसे महत्व दिया जाता था क्योंकि इसे एक विशेष टोकरी में रखा जाता था।
ऋषियों व योगियों का योगदान Also Read
योग एक अद्भुत उपकरण है जो जीवन के हर मोड़ पर आराम देता है। योग के महत्वपूर्ण अंश Himalayas में बसे ऋषियों और योगियों द्वारा बनाए गए मस्तिष्क के उपयोग और विकास से हैं।
शवासन और कपालभाती निशुल्क व्यायाम हैं| Hindu Dharm kitna Purana Hai
स्वामी विवेकानंद ने भारत को योग का बन्दरगाह बनाया।
धर्म व संस्कृति की समन्वय व धार्मिक वैचारिकता के उदाहरण
धर्म और संस्कृति की समन्वय बहुत महत्वपूर्ण है। केवल उनके बगैर हमारे समाज की मानसिक एवं सामाजिक संरचना टूट जाएगी। अधिकतर लोग धर्म वैचारिकता की ओर ले जाते हैं जो मानसिक तनाव और बुराई के खिलाफ खड़ा होता है।
उदाहरण के लिए, सेवा देना एक अहम धार्मिक गुण है।
वेदों में कहीं न कहीं, डाक्ट्रिन नहीं है।
इस प्रकार, हम देख सकते हैं कि भारतीय धर्मों में संगीत, कला, संस्कृति और धार्मिक वैचारिकता का बहुत अहम स्थान है। भारतीय धर्म के आरंभ से अब तक सभी जीवन के क्षेत्रों में इसका प्रभाव दिखाई दे रहा है।
FAQ--Q1.पृथ्वी पर सबसे पुराना धर्म कौन सा है?
A.हिन्दू धर्म (संस्कृत: हिन्दू धर्म) एक धर्म (या, जीवन पद्धति) है जिसके अनुयायी अधिकांशतः भारत, नेपाल और मॉरिशस में बहुमत में हैं। इसके अलावा सूरीनाम, फिजी इत्यादि। इसे विश्व का प्राचीनतम धर्म माना जाता है। इसे 'वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म' भी कहते हैं जिसका अर्थ है कि इसकी उत्पत्ति मानव की उत्पत्ति से भी पहले से है।
Q2.हिंदू धर्म के अनुसार पृथ्वी कितनी पुरानी है?
A. दावा ज्योतिषियों ने किया। भोपाल में चल रही अखिल भारतीय शास्त्रार्थ सभा में शामिल होने देशभर से ज्योतिष शास्त्री आए हैं। आचार्य हंसधर झा ने ज्योतिष शास्त्र के आधार पर दावा किया कि दुनिया में पृथ्वी की आयु 4 अरब 32 लाख तक की है। जिसमें 1 अरब 97 करोड़ वर्ष ही बीते हैं और अभी पृथ्वी की आयु 2 अरब 35 करोड़ वर्ष की बची है।,
Q3पहले हिंदू कौन थे?
A.हिन्दू धर्म में सबसे पहले 9057 ईसा पूर्व, स्वायंभुव मनु हुए, 6673 ईसा पूर्व में वैवस्वत मनु हुए, भगवान श्रीराम का जन्म 5114 ईसा पूर्व और श्रीकृष्ण का जन्म 3112 ईसा पूर्व बताया जाता हैं । वर्तमान शोध के अनुसार 12 से 15 हजार वर्ष प्राचीन और ज्ञात रूप से लगभग 24 हजार वर्ष पुराना धर्म हिन्दू धर्म को माना जाता हैं
Q4.भारत में मुसलमान कब आए थे?
A.भारत पर इस्लाम पहली बार 7वी शताब्दी में आया था और तब से इस्लामी सभ्य व्यक्तियों ने भारत आते हुए भारत की मूल संस्कृति में अपना बहुत योगदान दिया ।
Q5.हिंदू की उम्र कितनी है?
A.हिंदू धर्म की जड़ें मेसोलिथिक प्रागैतिहासिक धर्म में हो सकती हैं, जैसा कि भीमबेटका रॉक आश्रयों के शैल चित्रों में प्रमाणित है, जो लगभग 10,000 साल पुराने हैं (सी। 8,000 ईसा पूर्व), साथ ही नवपाषाण काल। कम से कम इनमें से कुछ आश्रय 100,000 साल पहले बसे हुए थे।
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