-->

Breaking News

गंगा दशहरा कब मानते हैं? जानिए तिथि और शुभ मुहूर्त,,,, हिंदी***** ganga dashara Puja 2023

हिंदू धर्म में गंगा दशहरा पर्व का विशेष महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह पर्व ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस विशेष दिन पर मां गंगा की विधिवत पूजा की जाती है। 

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गंगा दशहरा के दिन ही मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। मान्यता है कि इस विशेष दिन पर गंगा नदी में स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप मिट जाते हैं और उसे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।गंगा दशहरा निर्जला एकादशी के पहले मनाया जाता है. 


            -- Ganga Dussehra kab hai.-- 

 ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष के दसवें दिन गंगा दशहरा मनाया जाता है. इस दिन ही देवी गंगा धरती पर प्रकट हुई थीं. ऐसी मान्यता है कि देवी गंगा पृथ्वी पर भागीरथ के शापित पूर्वजों को मुक्त करने के लिए अवतरित हुई थीं. तब से ही इस दिन गंगा दशहरा मनाया जाता है. इसके पहले गंगा शिव जी के जटा में वास करती थीं

यह वह दिन जब गंगा को भागीरथ अपने पूर्वजों की शापित आत्माओं को शुद्ध करने तथा पापों का नाश करने के लिए गंगा को धरती पर उतारा गया था। पृथ्वी पर आने से पहले, देवी गंगा भगवान ब्रह्मा के कमंडल में निवास कर रही थीं। इस दिन गंगा में स्नान का विशेष महत्त्व है।  

                 Purchase products link 

गंगा स्नान से व्यक्ति के सारे पापों का नाश हो जाता है। गंगा जल वर्षभर रखने पर भी सड़ता नहीं है।हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 29 मई 2023 को 11 बजकर 49 मिनट पर शुरू होगी. 

जिसका समापन 30 मई 2023 को दोपहर 01 बजकर 07 मिनट पर होगा. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, गंगा दशहरा 30 मई 2023, मंगलवार के दिन मनाया जाएगा। 



       -- Ganga Dussehra 2023 Shubh            muhurat --

गंगा दशहरा वाले दिन यानी 30 मई को सुबह 04:29 बजे हस्त नक्षत्र का शुभारंभ होगा, जिसका समापन 31 मई को सुबह 6 बजे होगा. वहीं 30 मई को रात 08:55 बजे व्यतिपात योग की शुरुआत होगी, जो 31 मई को रात 08:15 बजे तक रहेगा. इस खास दिन पर रवि योग भी बन रहा है, जो पूरे दिन रहेगा। 

 FAQ-Q1.क्या विजयदशमी और दशहरा एक ही है,? 

 A1.दशहरा, जिसे हिंदू धर्म में दशहरा या विजयादशमी भी कहा जाता है , 10 सिरों वाले राक्षस राजा रावण पर, जिसने राम की पत्नी सीता का अपहरण कर लिया था, विष्णु के एक अवतार, राम की विजय को चिह्नित करने वाला अवकाश। त्योहार का नाम संस्कृत शब्द दशा ("दस") और हारा ("हार") से लिया गया है।

कोई टिप्पणी नहीं